PROBLEMS OF CHILD LABOUR

Recent studies estimate that 168 million children aged 5 to 17 (with around 120 million of them below age 14) are involved in child labor. Millions of other children are forced into slavery, child soldiering, drug trafficking, or sexual exploitation. While these rates are slowly declining, child labour remains a threat to economies around theContinue reading “PROBLEMS OF CHILD LABOUR”

भारत में चुनाव काे प्रभावित करने वाले कारक

लोकतंत्र और राजनीति का आधार स्तंभ है चुनाव आयोग भारत में चुनावों का आयोजन भारतीय संविधान के तहत बनाए गए भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाता है यह एक अच्छी तरह स्थापित परंपरा है की एक बार चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद कोई भी अदालत चुनाव आयोग द्वारा परिणाम घोषित किए जाने तक किसीContinue reading “भारत में चुनाव काे प्रभावित करने वाले कारक”

ध्वनि प्रदूषण

ध्वनि प्रदूषण आज के युग मे एक बहुत बडी समस्या बनती जा रही हैं कई प्रकार स ध्वनिे प्रदूषण होता है प्राकृतिक क्रियाओं के फलस्वरूप भी ध्वनि प्रदूषण होता है । परन्तु प्राकृतिक ध्वनि प्रदूषण अपेक्षाकृत अल्पकालीन होता है तथा हानि भी कम होती है । शोर के प्राकृतिक स्रोतों के अंतर्गत बादल की गडगडाहट,Continue reading “ध्वनि प्रदूषण”

जल प्रदूषण

पानी में हानिकारक पदार्थों जैसे सूक्ष्म जीव, रसायन, औद्योगिक, घरेलू या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से उत्पन्न दूषित जल आदि के मिलने से जल प्रदूष ित हो जाता है। वास्तव में इसे ही जल प्रदूषण कहते हैं। इस प्रकार के हानिकारक पदार्थों के मिलने से जल के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक गुणधर्म प्रभावित होते हैं। जल कीContinue reading “जल प्रदूषण”

वायु प्रदूषण

प्रदूषण इन्सानी सेहत के लिये एक बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है। उसके बहुत से कारण हैं। हवा में प्रदूषण का एक कारण कुदरती जरिया है उड़ती हुई धूल। कारखानों के परिचालन या जंगल की आग से तमाम किस्म के हानिकारक कण हवा में दाखिल हो जाते हैं, जिनसे पर्यावरण में प्रदूषण फैलता रहताContinue reading “वायु प्रदूषण”

मृदा प्रदूषण

धात्विक प्रदूषण को कम करने हेतु यद्यपि कई तकनीकें विकसित की जा चुकी हैं, तथापि अत्यधिक महँगी तथा कभी-कभी प्रायोगिक रूप से उपयोगी न होने के कारण इनको प्रत्येक स्थान पर प्रयोग में नहीं लाया जा सकता है। ऐसी परिस्थिति में पौधों के प्रयोग द्वारा इन धातुओं का निस्तारण एक सरल, सस्ती और आसान प्रक्रियाContinue reading “मृदा प्रदूषण”

मृदा प्रदूषण

भारी धातुओं कें अंतर्गत वे तत्व आते हैं जिनका घनत्व 5 से अधिक होता है। मुख्य भारी धातुयें हैं- कैडमियम, क्रोमियम, कोबाल्ट, कॉपर, आयरन, मरकरी, मैग्नीज, मोलिब्डेनम, निकिल, लेड, टिन तथा जिंक। कुछ भारी धातुयें जैसे- कॉपर, आयरन, मैग्नीज, जिंक, मोलिब्डेनम तथा कोबाल्ट की सूक्ष्म मात्रा जानवरों के लिये आवश्यक होती है, किंतु कैडमियम, मरकरीContinue reading “मृदा प्रदूषण”

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